तुम्हारी मीठी-मीठी बातों ने दीवाना बना दिया मौसम का भरपूर आनंद ले रहे हैं ऐसा अफसाना बना दिया
एक पल में इरादा बदल दिया यूं भूल गई जैसे कभी मुझसे मोहब्बत नहीं था उसके वादो को सोचकर तड़पते हैं आजकल
एक पल में इरादा बदल दिया यूं भूल गई जैसे कभी मुझसे मोहब्बत नहीं था उसके वादो को सोचकर तड़पते हैं आजकल
Comments
Post a Comment